
Chandauli News: धानापुर पुलिस ने बड़े बैंक फ्रॉड का पर्दाफाश किया है। सेवानिवृत्त कर्मचारी के खाते से कूटरचित तरीके से 17 लाख रुपये उड़ाने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो शातिर युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, इस गिरोह का मास्टरमाइंड अभी भी फरार है जिसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
कैसे रची गई 17 लाख की साजिश?
धानापुर थाना क्षेत्र के ग्राम हिगुतरगढ़ निवासी इन्द्रजीत, जो कि सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, ने अपनी जीवनभर की जमा पूंजी करीब 17 लाख रुपये एसबीआई बैंक में जमा कर रखी थी। इसी रकम पर गिरोह की नजर थी। आरोपियों ने पीड़ित के नाम पर फर्जी डेबिट कार्ड बनवाया, मोबाइल नंबर बदलवाया और फिर चार महीने तक प्रतिदिन 10-10 हजार रुपये एटीएम से निकालकर पूरे खाते को साफ कर दिया।
जब खाते से रकम गायब होने की जानकारी इन्द्रजीत को हुई तो उन्होंने तुरंत धानापुर थाने में तहरीर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी आदित्य लांग्हे के निर्देश पर जांच शुरू की गई। अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चन्द्रशेखर और क्षेत्राधिकारी स्नेहा तिवारी के पर्यवेक्षण में विशेष टीम बनाई गई।
जांच में बैंक स्टेटमेंट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का बारीकी से विश्लेषण किया गया। इसमें दो युवकों रविकांत (29 वर्ष), निवासी ग्राम लोकुवा और नितिन कुमार दिव्यांत (28 वर्ष), निवासी ग्राम टीकापुर के नाम सामने आए।
कबूलनामे में बड़ा खुलासा
गिरफ्तार आरोपी नितिन ने स्वीकार किया कि उसे इस काम के बदले 3.60 लाख रुपये मिले। उसने यह रकम अपनी रोजमर्रा की खर्ची, पत्नी के इलाज, स्कूटी और फ्रिज खरीदने में खर्च कर दी। वहीं पूरी रकम का बड़ा हिस्सा गिरोह का मास्टरमाइंड विरेंद्र कुमार ले गया, जो अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
एसपी आदित्य लांग्हे ने प्रेसवार्ता में बताया – सेवानिवृत्त कर्मचारी के खाते से 17 लाख रुपये उड़ाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता की तलाश जारी है। उसके पकड़े जाने के बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा हो जाएगा।
ALSO READ – ट्रेन से चल रही थी शराब तस्करी! चंदौली पुलिस ने 121 पेटी के साथ तस्कर को किया गिरफ्तार