
Chandauli News: चंदौली जिले ने यह साबित कर दिया है कि मजबूत नेतृत्व, पारदर्शी कार्यशैली और सख्त मॉनिटरिंग से असंभव दिखने वाले लक्ष्य भी हासिल किए जा सकते हैं। बीते महीने तक प्रदेश की रैंकिंग में 47वें स्थान पर फंसा चंदौली अब प्रदेश के टॉप-10 जिलों में शामिल हो चुका है। यह उपलब्धि जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की कार्यशैली और टीमवर्क का नतीजा है।
खराब रैंकिंग को लेकर बुलाई गई थी बैठक
पिछले महीने की कमजोर रैंकिंग को जिलाधिकारी ने बेहद गंभीरता से लिया। उन्होंने सभी विभागों के साथ लगातार बैठकें कीं और स्पष्ट संदेश दिया कि अब केवल कागजी कार्यवाही नहीं चलेगी, बल्कि वास्तविक समाधान और पारदर्शिता ही प्राथमिकता होगी। विभागवार जिम्मेदारियां तय की गईं और कर्मचारियों को कड़ा अनुशासन सौंपा गया।
आईजीआरएस मॉनिटरिंग बनी गेमचेंजर
डीएम गर्ग ने आईजीआरएस प्रकरणों की दैनिक रेंडम चेकिंग शुरू की। इससे यह सुनिश्चित हुआ कि शिकायतों का निस्तारण सिर्फ फाइल पर न हो, बल्कि वास्तविक स्तर पर हो। लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को फटकार लगाई गई और सुधार के सख्त निर्देश दिए गए।
47वें से छलांग लगाकर टॉप-10 में
इन सुधारात्मक कदमों का असर अगस्त माह की रैंकिंग में देखने को मिला। चंदौली ने 140 में से 127 अंक हासिल किए और 90.71% स्कोर के साथ सीधे 10वें स्थान पर पहुंच गया। यह उपलब्धि जिले के लिए ऐतिहासिक कही जा रही है।
मंडल स्तर पर भी सुधार
चंदौली की सफलता का असर पूरे वाराणसी मंडल की रैंकिंग पर भी पड़ा। अब मंडल की स्थिति प्रदेश में 6वें स्थान पर पहुंच गई है।
गाजीपुर – 17वां स्थान
वाराणसी – 58वां स्थान
जौनपुर – 68वां स्थान
प्रदेश स्तर पर रैंकिंग
प्रदेश स्तर पर टॉप-3 जिलों में –
श्रावस्ती (1st)
बलरामपुर (2nd)
शाहजहांपुर (3rd)
चंदौली की लंबी छलांग ने न सिर्फ जिले बल्कि पूरे मंडल की साख को मजबूत किया है।
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