
Patna Students Protest: बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर छात्रों के आंदोलनों का गवाह बनी। इस बार पुलिस भर्ती और STET परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। शनिवार को सैकड़ों की संख्या में उम्मीदवार गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पर इकट्ठा हुए और हाथों में तिरंगा लेकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने लगे।
जैसे ही अभ्यर्थियों ने पुलिस बैरिकेडिंग को पार करने की कोशिश की, हालात बेकाबू हो गए। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कई अभ्यर्थी घायल भी हुए और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
क्या हैं छात्रों की मुख्य मांगें?
- प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की दो प्रमुख मांगें सामने आईं-
- पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती का नोटिफिकेशन विधानसभा चुनाव से पहले जारी किया जाए।
- STET परीक्षा को TRE-4 भर्ती परीक्षा से पहले आयोजित कराया जाए।
- छात्रों का कहना है कि अगर STET परीक्षा 2026 में कराई जाती है, तो बड़ी संख्या में उम्मीदवार शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह जाएंगे।
सरकार और छात्रों के बीच टकराव
हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया था कि STET परीक्षा 2026 में आयोजित होगी, जबकि TRE-4 भर्ती परीक्षा इसी साल कराई जाएगी। नीतीश सरकार का तर्क है कि STET को TRE-5 से पहले आयोजित किया जाएगा। लेकिन छात्र संगठन इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और उनका कहना है कि इससे हजारों उम्मीदवारों का भविष्य प्रभावित होगा।
लगातार हो रहे आंदोलन
यह पहला मौका नहीं है जब छात्रों ने सरकार के फैसलों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध जताया हो। इससे पहले भी STET परीक्षा की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। अब पुलिस भर्ती और STET परीक्षा को लेकर एक बार फिर पटना की सड़कों पर विरोध तेज हो गया है।
सरकार के लिए बढ़ी चुनौती
चुनाव नजदीक हैं और छात्र संगठनों का यह आंदोलन नीतीश सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। विपक्ष भी इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
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