
Chandauli News: चंदौली जिले के कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को आयोजित दिशा कमेटी की बैठक चर्चा और टकराव दोनों का मंच बन गई। बैठक की अध्यक्षता सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने की, जिसमें पक्ष और विपक्ष दोनों के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
भाजपा नेताओं ने अफसरों पर लगाया आरोप
बैठक के दौरान भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने कई अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठाए और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जिले में योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता की कमी है और कई जगह विकास कार्य केवल कागजों पर ही सीमित हैं।
सपा सांसद ने साधा निशाना
सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने इस मौके पर सत्ताधारी दल पर तंज कसते हुए कहा, जब भाजपा के ही विधायक और सांसद अपनी सरकार के अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, तो विपक्ष को कुछ कहने की जरूरत नहीं। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति सिर्फ बयानबाजी बनकर रह गई है।
उन्होंने कहा कि अफसरों पर सवाल उठाने वाले अब वही लोग हैं जो सरकार की नीतियों के पैरोकार हुआ करते थे। यह स्थिति दर्शाती है कि “सरकार का दावा पूरी तरह खोखला हो चुका है।
राबर्ट्सगंज सांसद बोले – 2027 में भाजपा की विदाई तय
राबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल खरवार ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जब अफसरों की पोल अब भाजपा के जनप्रतिनिधि ही खोलने लगे हैं, तो समझ लीजिए जनता ने भी मन बना लिया है। 2027 के चुनाव में भाजपा सरकार की विदाई तय है।
इस बैठक में सांसद साधना सिंह, सांसद दर्शना सिंह, विधायक कैलाश खरवार, विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, विधायक सुशील सिंह, विधायक रमेश जायसवाल, एमएलसी धर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग और सीडीओ आर. जगत साई समेत जिले के कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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