
Chandauli News: चंदौली में शुक्रवार को विजिलेंस टीम ने रिश्वतखोरी का ऐसा ड्रामा पकड़ा, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया। फायर ब्रिगेड विभाग में तैनात कॉन्स्टेबल राजकमल को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया, लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने पूरे दफ्तर में हड़कंप मचा दिया।
कॉन्स्टेबल को पकड़ने के बाद जब टीम उसे गाड़ी की तरफ ले जा रही थी, तभी उसने भागने की कोशिश की — मगर अफसरों ने उसे दौड़ाकर पकड़ा, कॉलर से खींचा और थप्पड़ जड़ दिए! टीम उसे पकड़कर वाराणसी ले गई।
₹4 लाख की डील
विजिलेंस विभाग को शिकायत मिली थी कि मुगलसराय के फायर स्टेशन में NOC (फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट) जारी करने के नाम पर अस्पतालों और कॉलेजों से मोटी रकम वसूली जा रही है। इसी सिलसिले में नीरज यादव, जो शाहबगंज क्षेत्र में श्री बालाजी क्लिनिक खोल रहे थे, ने शिकायत दर्ज कराई थी।
नीरज यादव के मुताबिक, अग्निशमन विभाग ने एनओसी देने के लिए चार लाख रुपये की मांग की थी। दो लाख उपकरणों के नाम पर और दो लाख रिश्वत के रूप में। लखनऊ विजिलेंस टीम ने शिकायत की जांच की और सबूतों के साथ मिले वीडियो की पुष्टि के बाद वाराणसी यूनिट को कार्रवाई के आदेश दिए।
इस तरह जाल बिछा कर धर दबोचा
विजिलेंस की तीन गाड़ियां सुबह करीब 11 बजे मुगलसराय के अग्निशमन अधिकारी कार्यालय पहुंचीं। टीम ने नीरज यादव को स्याही लगे नोट दिए और उसे रिश्वत देने के लिए भेजा।
जैसे ही कॉन्स्टेबल राजकमल कौशिक ने नोट हाथ में लिए, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। उसके हाथ धुलवाए गए, पानी का रंग गुलाबी (पिंक) हो गया, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हो गई।
भागने की कोशिश, दौड़कर पकड़ा गया!
जैसे ही टीम राजकमल को पकड़कर गाड़ी की ओर ले जा रही थी, वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा- मुझे छोड़ दो! मैंने कुछ नहीं किया! मगर टीम उसे गाड़ी तक खींच ले गई।
गाड़ी में बैठाने के बाद उसने चालाकी दिखाते हुए दूसरे दरवाजे से भागने की कोशिश की, लेकिन बाहर निकलने से पहले ही टीम के अफसरों ने दौड़कर कॉलर पकड़ लिया और दो-चार थप्पड़ जड़ दिए। इसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर सीधे वाराणसी विजिलेंस दफ्तर ले जाया गया।
आधे घंटे में पूरा ऑफिस सन्नाटा
करीब आधे घंटे चली इस कार्रवाई से पूरे फायर ब्रिगेड दफ्तर में हड़कंप मच गया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी रमाशंकर तिवारी ने बताया, मुझे घटना की जानकारी नहीं थी, मैं उस वक्त एसपी ऑफिस में मीटिंग में था। टीम खुद को कभी विजिलेंस तो कभी एंटी करप्शन बता रही थी। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उन्हें साझा किया जाएगा।
विजिलेंस बोले — रिश्वतखोरी पर सख्त कार्रवाई जारी
लखनऊ विजिलेंस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- शिकायत और वीडियो साक्ष्य के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। रिश्वतखोरी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल, आरोपी कॉन्स्टेबल राजकमल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और फायर विभाग के अन्य कर्मियों की भी भूमिका खंगाली जा रही है।
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