Chandauli News (पीडीडीयू नगर): पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल ने गुरुवार को समय प्रबंधन के मामले में देश में पहला स्थान हासिल किया है। मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना के नेतृत्व में सभी विभागों के संयुक्त प्रयास से यह उपलब्धि हासिल हुई है। यात्री और मालगाड़ियों के परिचालन में समय पालन एक बड़ी चुनौती होती है, जिसे इस मंडल ने सफलतापूर्वक पूरा किया। यह उपलब्धि दर्शाती है कि मंडल रेल प्रबंधक और उनकी टीम ने समय पालन और रेलवे संचालन में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की है।
24 जुलाई को मंडल में कुल 154 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बिना किसी विलंब के किया गया। इनमें 11 राजधानी, दो गरीब रथ, 10 वंदे भारत, एक दूरंतो, 64 मेल एक्सप्रेस, 60 सुपरफास्ट व चार जनशताब्दी ट्रेनें शामिल थी।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल की इस सफलता से यात्रियों को भी लाभ होगा, क्योंकि वह अपनी यात्रा समय पर और सुरक्षित तरीके से पूरी कर पाएंगे। मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना के निर्देशन में रेलवे की विभिन्न सेवाओं में सुधार के प्रयास जारी रहते हैं। इस मंडल ने पहले भी बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर नौ लाख का जुर्माना वसूल किया था और 1600 से अधिक यात्रियों को पकड़ा था।
इस तरह के अभियान और सुधार यात्रियों के लिए बेहतर सेवा सुनिश्चित करने में मदद करते हैं। पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल भारतीय रेल के अति व्यस्त रेल मंडलों में से एक है। निरंतर सुधार करते हुए ट्रेनों के परिचालन में समय पालन की नई उपलब्धियां बना रहा है। मंडल में संचालित सभी 154 मेल व. एक्सप्रेस गाड़ियों का संचालन शत प्रतिशत समय पर किया गया। यह उपलब्धि जुलाई माह में दूसरी बार हासिल हुई है। इससे पूर्व पांच जुलाई को भी मंडल ने इसी तरह का प्रदर्शन किया था।
रेलवे बोर्ड कर रहा निरंतर निगरानी
रेलवे बोर्ड निरंतर निगरानी कर रहा है। वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक केशव आनंद के प्रभावी प्रबंधन से डीडीयू मंडल ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज कराई है। इस सफलता में परिचालन विभाग की केंद्रीय भूमिका रही है। यह परिचालन विभाग के अन्य विभागों के नियंत्रण कक्ष व फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों के कर्मठ और समन्वित प्रयासों का प्रतिफल है।
एक ट्रेन के सुगम परिचालन में कई घटक जैसे लेवल क्रासिंग, सिग्नल उपकरण, ट्रैक का रखरखाव, ट्रेन के लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, आवश्यक इलेक्ट्रिक उपलब्धता आदि शामिल होते हैं। टीम वर्क कि विशालता व प्रबंधन इस तथ्य से भी समझा जा सकता है कि एक ट्रेन को गया से डीडीयू स्टेशन के मध्य परिचालन में प्रत्यक्ष रूप से करीबन 350 रेल कर्मचारियों व अधिकारियों का ससमय सक्रिय व नियमपूर्वक रेल परिचालन में योगदान रहता है।
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