
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी गलियारों में एक नया विवाद सामने आ गया है। इस बार मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी को लेकर है। दरअसल, कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर एक AI जनरेटेड वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें पीएम मोदी और उनकी मां को दिखाया गया है।
इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोते हुए दर्शाया गया है और उसी दौरान उनकी मां आकर उन्हें डांटती नजर आती हैं। लेकिन विवाद की असली वजह इस वीडियो में इस्तेमाल की गई भाषा है, जिसे अशोभनीय और अपमानजनक बताया जा रहा है।
बीजेपी का पलटवार: “गरीबों और महिलाओं का अपमान”
कांग्रेस के इस वीडियो पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस बार-बार पीएम मोदी की मां का अपमान कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ मोदी जी की मां का नहीं, बल्कि सभी गरीबों और महिलाओं का भी अपमान है।
उन्होंने कहा – “कांग्रेस अब गांधी की कांग्रेस नहीं रही, बल्कि यह गालियों वाली कांग्रेस बन गई है। ऐसे शर्मनाक वीडियो पर कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।”
पद्मश्री मथुरभाई सवानी ने जताई आपत्ति
इस मामले पर सामाजिक कार्यकर्ता और पद्मश्री सम्मानित मथुरभाई सवानी ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखा है और एक वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह का वीडियो बनाकर टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए।
कांग्रेस का पलटवार: “मामले का राजनीतिकरण”
हालांकि, कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि इस मुद्दे को बेकार में राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। पार्टी नेताओं के अनुसार, बीजेपी केवल सहानुभूति बटोरने के लिए इस मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है।
पहले भी हो चुका है विवाद
गौरतलब है कि इससे पहले भी राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दरभंगा में कांग्रेस और राजद के मंच से पीएम मोदी और उनकी मां के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था। उस समय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भावुक होते हुए कहा था कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं हैं, और राजनीति से कोई लेना-देना न होने के बावजूद विपक्ष उनके परिवार को निशाना बना रहा है।
चुनावी माहौल में नया मुद्दा
बिहार चुनाव नजदीक हैं और ऐसे में इस विवादित AI वीडियो ने एक बार फिर माहौल गरमा दिया है। जहां बीजेपी इसे मोदी की मां और गरीब वर्ग का अपमान बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे राजनीति में सहानुभूति पाने का हथकंडा करार दे रही है।
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