
Mai Bahin Yojana Fraud: बिहार विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही राजनीति में सियासी गर्मी बढ़ गई है। चुनावी मौसम में जहां सभी दल वोटरों को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे कर रहे हैं, वहीं इसी बीच कांग्रेस की महत्वाकांक्षी योजना ‘माई बहिन मान योजना’ पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। दरभंगा ज़िले की एक महिला ने आरोप लगाया है कि योजना का लाभ दिलाने के नाम पर उनसे ठगी की गई और रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर पैसे वसूले गए।
महिला का आरोप- 200 रुपये लेकर मांगे गए आधार-बैंक डिटेल
दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली गुड़िया देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके घर पर कुछ लोग आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी नेताओं की ओर से शुरू की गई ‘माई बहिन मान योजना’ के तहत हर जरूरतमंद महिला को चुनाव जीतने पर ढाई हजार रुपये मासिक दिए जाएंगे।
गुड़िया देवी का आरोप है कि फॉर्म भरने के नाम पर उनसे 200 रुपये वसूले गए। इतना ही नहीं, उनका आधार नंबर, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर भी ले लिया गया।
गुड़िया देवी ने कहा- उन्होंने कहा था कि अब हर महीने आपके खाते में ढाई हजार रुपये आएंगे। लेकिन जब मैंने पति को बताया तो उन्होंने कहा कि ये सब ठगी है। इसके बाद मैंने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
FIR में तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं के नाम
शिकायत के आधार पर सिंहवाड़ा थाना पुलिस ने आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राज्यसभा सांसद संजय यादव, पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा और कांग्रेस प्रत्याशी रहे मस्कुर अहमद उस्मानी समेत कई नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। थाना प्रभारी (SHO) ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
चुनाव से पहले क्यों बढ़ा विवाद?
गौरतलब है कि कांग्रेस ने साल की शुरुआत में ‘माई बहिन मान योजना’ की घोषणा की थी। इसमें वादा किया गया था कि चुनाव जीतने के बाद हर जरूरतमंद महिला को ₹2,500 प्रतिमाह सम्मान राशि दी जाएगी। अब इस योजना के नाम पर ठगी के आरोप ने कांग्रेस और आरजेडी को मुश्किल में डाल दिया है।
सियासी हलचल तेज
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मामले ने चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन को बचाव की स्थिति में ला दिया है। वहीं एनडीए खेमे के नेता इसे बड़ा मुद्दा बनाकर जनता के बीच भुनाने की तैयारी में जुट
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