
Chandauli News: परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील में घोटाले का मामला सामने आया है। मंगलवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने सैयदराजा कस्बे के परिषदीय विद्यालय संख्या तीन का दौरा कर पूरे प्रकरण का खुलासा किया।
पूर्व विधायक ने बताया कि विद्यालय को मिड-डे मील के लिए 8.22 कुंतल गेहूं और 16.73 कुंतल चावल, यानी कुल लगभग 24 कुंतल खाद्यान्न आवंटित किया गया था। लेकिन यह अनाज बच्चों तक पहुँचने के बजाय गबन कर लिया गया। आरोप लगाया कि इस गड़बड़ी के पीछे वार्ड की सभासद गीता देवी और उनके पति का हाथ है।
हस्ताक्षर तक नहीं किए प्रधानाचार्य ने
मनोज सिंह डब्लू के अनुसार, विद्यालय के प्रधानाचार्य ने खाद्यान्न उठान से जुड़े दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। इसका मतलब है कि खाद्यान्न उठाने का पूरा खेल बिना आधिकारिक अनुमति के किया गया।
जनप्रतिनिधियों से नजदीकी पर उठे सवाल
पूर्व विधायक का आरोप है कि सभासद के पति एक जनप्रतिनिधि के करीबी हैं और इसी राजनीतिक संरक्षण के चलते इतना बड़ा गबन कर लिया गया। स्थानीय लोगों ने भी इस मामले को लेकर विरोध दर्ज कराया है और कार्रवाई की मांग की है।
गांधी जयंती तक जांच की मांग
मनोज सिंह ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 2 अक्टूबर गांधी जयंती से पहले जांच पूरी नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे ज्यादातर गरीब परिवारों से आते हैं और उनके हक का अनाज किसी भी कीमत पर हड़पने नहीं दिया जाएगा।
बीएसए ने दिए जांच के आदेश
बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) सचिन कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि एक-दो दिन में जांच रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।
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