
Chandauli News: चंदौली चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पताल में एक और सुविधा बढ़ाई जा रही। अब मरीजों को 24 घंटे एक्सरे की सेवा मिलेगा। अभी सुबह आठ बजे से दो बजे तक ही एक्सरे किया जाता है। इस सेवा का लाभ रात में आपातकालीन चिकित्सा सेवा लेने वाले भी ले सकेंगे। हालांकि, अभी एक महीने का समय इस सेवा को आरंभ करने में लगेगा। इस सेवा लाभ लेने के लिए हर रोज 150 से अधिक मरीज अस्पताल में आ रहें हैं।
दरअसल, जिला अस्पताल को उच्चीकृत कर चिकित्सा महाविद्यालय का अस्पताल बनाया जा रहा है। नए भवन में अधिकांश सेवाएं व्यवस्था कराई जा रहीं हैं। इस अस्पताल के सुव्यवस्थित संचालन के लिए पैरामेडिकल स्टाफ, टेक्नीशियन आदि के पद भरे जा रहें हैं। यहां से जनपद की 24.50 लाख आवादी समेत बिहार के समीपवर्ती गांवों के ग्रामीण उपचार कराते हैं।
स्त्री व प्रसूति रोग विभाग को मातृ-शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) विंग में शिफ्ट कराया जाएगा। इस विभाग में की ओपीडी में रोजाना 450 से अधिक नई व पुरानी महिला मरीज उपचार व सलाह के लिए आतीं हैं। महाविद्यालय प्रशासन ने महिलाओं के उपचार व सर्जरी की सुविधा को देखते हुए यह निर्णय लिया है। विंग में इस विभाग की ओपीडी के साथ ही आपरेशन थिएटर भी होगा। महाविद्यालय प्रशासन ने तीन माह के अंदर इस व्यवस्था को पूर्ण करा लेने का दावा किया है।
जिला अस्पताल में फिलहाल इस विभाग के अतिरिक्त मानसिक रोग व दंत चिकित्सा विभाग की ओपीडी संचालित की जा रही मरीजों की बढ़ती संख्या की तुलना में यहां भीड़ तो लगती ही है, संसाधन भी कम पड़ जा रहें हैं। आए दिन अस्पताल प्रबंधन व तीमारदारों के बीच किचकिय की नौवत उत्पन्न हो जा रही।
इसको देखते हुए महाविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागों के साथ उनकी सेवाओं को खुद के भवन से संचालित कराने की दिशा में कार्य आरंभ कर दिया है। मेडिसिन, नाक, कान व गला, नेत्र रोग, त्वचा रोग, बाल रोग, अस्थि रोग व जनरल सर्जरी विभाग को अभी तक शिफ्ट कराकर सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। लेकिन, आने वाले दिनों में बाल रोग विभाग को भी एमसीएच विंग में ही शिफ्ट कराया जाएगा।
इन जांचों की मिलेगी सुविधा
हार्ट की बीमारी से संबंधित ट्रोपोनिन, कल्चर, कलर डॉप्लर, सोनोमेमोग्राफी, घुटने, लेवल टू अल्ट्रासाउंड, पेट के नसों के ब्लाकेज का अल्ट्रासाउंड, स्पुटम, एंजियोग्राफी, इको, टीएमटी के अलावा एलर्जी, इंईजी, आइवीपी, वैरियम, एचएसजी, फेस्टूला, पेशाब में रुकावट की जांच, बोनमैरो, एमआरआइ, बायोप्सी, एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी, हेपेटाइटिस की वायरल लोड, हार्मोस, विटामिन समेत कई जांच की सुविधा नहीं है। इन जांचों की सुविधा होने से मरीजों को सहूलियत होगी।
डॉ नैंसी पारुल, उप प्राचार्य, चिकित्सा महाविद्यालय ने बताया कि जिला अस्पताल की बिल्डिंग अपग्रेड होगी। इसके लिए प्रक्रिया चल रही। आने वाले दिनों इस बिल्डिंग में नेत्र रोग, दंत चिकित्सा व मानसिक रोग विभाग को संचालित कराया जाएगा। इसके अलावा ऑफिस के लिए भी इसके कमरों का उपयोग किया जाना है। एमसीएच विंग में महिला व बाल रोग की ओपीडी व सर्जरी एक साथ संचालित होगी। एक्सरे की 24 घंटे सुविधा मिलेगी।
ALSO READ – पीडीडीयू जंक्शन पर बनेगा 300 बेड का लग्ज़री रेस्ट रूम, TTE को मिलेगी 5-स्टार जैसी सुविधा